sidh kunjika Fundamentals Explained



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।

ऐङ्कारी सृष्टिरूपायै ह्रीङ्कारी प्रतिपालिका ।

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि

ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।

एडवर्टाइज विथ असप्राइवेसी पॉलिसीकॉन्टैक्ट अससेंड फीडबैकअबाउट असकरियर्स थीम

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

इस पाठ के करने sidh kunjika से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्।

मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।

चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।

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